सामाजीकरण का अर्थ


सामाजीकरण का अर्थ

व्यक्तियों की तरह संगठनों का भी उनका विशिष्ट व्यक्तित्व होता है। कर्मचारियों को उनके प्रवेश के समय पर संगठनात्मक संस्कृति के साथ परिचय करना जरूरी होता है। संस्कृति साझा क्रियाओं, मूल्यों तथा विश्वासों की व्यवस्था है जो एक संगठन के अंतर्गत विकसित होती है एवं इसके सदस्यों के व्यवहार को निर्देशित करती है।

शक्तिशाली कार्य संस्कृति संगठन को उसके व्यापारिक लक्ष्य को आसानी एवं प्रभावी तरह से प्राप्त करने में सहायता करती है। हर संगठन की स्वयं की विशिष्ट संस्कृति होती है। इसमें शामिल हैं – लम्बे समय चले आ रहे एवं प्रायः अलिखित नियम व अधिनियम, एक विशेष भाषा जो सदस्यों के बीच संप्रेषण को आसान बनाती है, किए जाने वाले कार्य की विशिष्ट अवधारणाओं के सम्बन्ध में सम्बद्धता के साझा मानक, प्रमुख पक्षपात, सामाजिक शिष्टाचार एवं व्यवहार के लिए मानक, स्थापित परम्पराएं कि कैसे सदस्य समकक्षों, अधीनस्थों, उच्चाधिकारियों तथा बाहरी व्यक्तियों से सम्बन्धित होंगे एवं अन्य परम्पराएं जो सदस्यों को स्पष्ट करती हैं कि संगठन के अंतर्गत क्या उचित एवं स्मार्ट व्यवहार है और क्या नहीं।

इसके कारण नए कर्मचारियों को संगठन के दर्शन तथा संस्कृति के अनुसार उनके व्यवहार एवं क्रियाओं को ढालने हेतु सामाजिक मानकों पर उचित परिचय कराना होता है। यह मूलतः व्यक्तियों को संगठन की व्यवस्थाओं तथा व्यवहारों को अंगीकार करने हेतु mould करना है ताकि वे उनके साथ आरामदायक महसूस करें। उसके ज्ञान तथा सक्षमता के बाद भी एक नए कर्मचारी को स्वयं पर कार्य पर प्रभावी बनने के लिए संगठन की संस्कृति को समझने, उसे महत्त्व देने एवं उससे स्वयं को अभ्यस्त बनाने की जरूरत होती है।

एक नए जॉब या एक नए संगठन में प्रवेश पर, प्रारंभ में सभी कर्मचारियों को सीखने की जरूरत होती है कि उन चीजों सहित जिन्हें वे किसी नीति तथा प्रक्रिया मैनुअल में नहीं पा सकते, नए पर्यावरण में चीजें कैसे की जाती हैं। साथ ही, नए कर्मचारियों में अपर्याप्त कुशलताएं हो सकती हैं एवं तकनीकी परिवर्तन नई जॉब कुशलताओं को चाह सकते हैं। कई बार जॉब पुनर्डिजाइन के कारण भी कर्मचारियों द्वारा ज्यादा कुशलताएं सीखने की जरूरत होती है या जिन कर्मचारियों का तबादला या पदोन्नति हो गई है उन्हें नई कुशलताओं तथा ज्ञान को प्राप्त करना हो सकता है, एक नए उत्पाद को भी कर्मचारियों द्वारा पहले उपयोग नहीं की गई तकनीकियों की जरूरत पड़ सकती है या कम्पनी की रणनीति का अर्थ हो सकता है कि वरिष्ठ प्रबन्ध को नए नेतृत्व व्यवहार को अपनाने तथा नए व्यापारिक ज्ञान को प्राप्त करना हो सकता है। कुछ स्थितियों में सामाजीकरण, प्रशिक्षण एवं विकास की जरूरत तुरंत हो सकती है जबकि अन्य स्थितियों में भविष्य की जरूरतों को अनुमानित एवं नियोजित किया जा सकता है। जब अच्छे से किया जाए, तब सामाजीकरण काफी वफादार कर्मचारियों का निर्माण करता है। कम्पनियाँ जिन्होंने सामाजीकरण गैम्बल एवं नेस्टले शामिल हैं। प्रक्रिया में श्रेष्ठता प्राप्त कर ली है में IBM, Wal-mart, प्रोक्टर तथा गैम्बल एवम नेस्ले शामिल है।

सामाजीकरण विभिन्न चरणों में हो सकता है। नए कर्मचारियों के कम्पनी के मूल्यों एवं संगठनात्मक लोकरीतियाँ, जिसमें उत्पाद गुणवत्ता का महत्त्व एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों के समर्पण तथा वचनबद्धता शामिल हैं को सीखना होता है। यह तीव्र सामाजीकरण कम्पनी की सफलता प्रति बढ़ी वचनबद्धता, ज्यादा घंटों के लिए काम करने की इच्छा घटती अनुपस्थिति एवं कर्मचारी turnover के परिणाम देता है। साथ एक कर्मचारी स्वयं को संगठन के साथ पहचानने में गर्व महसूस करता है जिसके पास साझा करने के लिए पुरानी प्रसिद्धि है।

एक संगठनात्मक संदर्भ में सामाजीकरण मूलतः संगठन की नई संस्कृति को अपनाने की एक प्रक्रिया है। इस शब्दावली का आशय कर्मचारियों द्वारा अपनाई गई सभी प्रक्रियाओं से है। उदाहरण के लिए, जब कोई एक नया जॉब शुरू करता है, या एक पाश्विक तबादला स्वीकार करता है या एक पदोन्नति पाता है, तब उसे नए मापदण्डों तथा उपस्थित अलिखित व्यवहारों को जानने की जरूरत होती है जो उसकी समायोजन में सहायता करते हैं। व्यक्ति को एक नए पर्यावरण, विभिन्न कार्य गतिविधियों, एक नए बॉस, सहकर्मियों के एक अलग समूह एवं शायद एक अच्छी परफॉरमेंस के अनुसार मानकों के एक अलग समूह को अपनाना चाहिए। कर्मचारी का सामाजीकरण, प्रशिक्षण तथा विकास एक संगठन के स्वैच्छिक प्रयत्न हैं ताकि योग्यताओं की वृद्धि से वर्तमान तथा भविष्य की परफॉरमेंस में सुधार हो सके।

एक नए कर्मचारी के प्रारम्भिक जॉब पर परिचय को सामाजीकरण प्रक्रिया मान लेना सामान्य बात है। असलियत में परिचय एक नए संगठन सदस्य के पूर्ण सामाजीकरण का सिर्फ छोटा हिस्सा है।

सामाजीकरण का तीन चरणों की एक प्रक्रिया के रूप में विचार किया जा सकता है (चित्र) : आने के पहले, सामना तथा कायान्तरण। प्रक्रिया नए सदस्य की कार्य उत्पादकता, संगठन के उद्देश्यों के प्रति वचनबद्धता तथा उसके संगठन के साथ रुकने के निर्णय को प्रभावित करती है।

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